लॉक डाउन में गरीबों का मसीहा बन रहे पटना मीठापुर बस स्टैंड के डिसूजा यादव

पटना: लॉक डाउन के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सरकार के साथ-साथ कुछ समाजसेवी संस्था भी लोगों की मदद करने के लिए हर संभव प्रयास में लगी हुई है. इसी कड़ी में लॉक डाउन के शुरू से अभी लॉक डाउन 3.0 की शुरुआत से अब तक कुछ युवा लोगों की मदद से रोजाना लगभग 800 से 1000 गरीब ,मजदूरों,लोगो को मीठापुर बस स्टैंड के पास खाना खिलाया जा रहा है. जिसमें बस स्टैंड के आसपास के रहने वाले गरीब मजदूर, ठेला चालक और बस स्टैंड के खलासी-ड्राइवर के साथ भूखे और लाचार लोग खाना खाते हैं.मीठापुर बस स्टैंड के रहने वाले डिसूजा यादव अन्य दर्जनों युवा यह कार्य कर रहे हैं. यह सभी युवा समाजसेवी हैं, जो लॉक डाउन में गरीबों और असहाय लोगों की मदद कर रहे हैं. लॉक डाउन की वजह से गरीब और रोजाना मजदूरी करने वाले लोगों को खाने की समस्या से जूझना पड़ रहा था. जिसमें मीठापुर बस स्टैंड के रहने वाले दर्जनों खलासी, ड्राइवर और गरीब शामिल थे,जो लोग इस लॉक डाउन में फसे है, उनके सामने भोजन करने की समस्या आई.मीठापुर बस स्टैंड बिग्रहपुर के रहने वाले डिसूजा यादव और उनके साथी ने यह निर्णय लिया कि लॉक डाउन जब से शुरू हुआ अभी लॉक डाउन 3.0 की शुरुआत है,ये सभी अपने पॉकेट मनी और परिवार के सहयोग के पैसे से गरीबों को खाना खिला रहे है,वहीं इन्होंने निर्णय लिया जब तक लॉक डाउन रहेगा तब तक खाना खिलाते रहेंगे, जिसके बाद इन लोगों के सहयोग से खाना खिलाने का कार्यक्रम शुरू हुआ. जिसके बाद मोहल्ले के रहने वाले आस-पड़ोस के लोगों ने भी कुछ सहयोग किया.वहीं डिसूजा यादव ने बताया कि खाना के मेनू में प्रतिदिन बदल बदल के दिया जाता है, उन्होंने ये भी बताया कि मीठापुर बस स्टैंड में रहने वाले गरीब मजदूर के साथ-साथ बाईपास इलाके में दूरदराज से आए हुए मजदूर को भी खोज-खोज कर खाना खिलाया जा रहा है.उन्होंने कहा जब तक लॉक डॉउन रहेगा हमलोग खाना सभी लोगो को खिलाते रहेंगे, वहीं डिसूजा यादव ने यह भी कहा की किसी गरीब निसहाय लोगों को भूखा नहीं रहने देंगे।

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